संत प्रेमानंद महाराज को मिली जान से मारने की धमकी: एक चिंताजनक घटना
देशभर में अपने आध्यात्मिक प्रवचनों और प्रवाहपूर्ण शैली के लिए प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज को जान से मारने की धमकी मिलने से उनके अनुयायियों और आम जनमानस में भारी आक्रोश है। मध्य प्रदेश के सतना जिले के एक युवक ने वीडियो के ज़रिए धमकी देते हुए कहा है कि वह संत का “गला काट देगा”। यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
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धमकी देने वाला युवक कौन है?
यह धमकी सतना जिले के एक युवक द्वारा दी गई है। वीडियो में युवक ने अशोभनीय भाषा का प्रयोग करते हुए कहा है, “संत प्रेमानंद महाराज अगर सतना आए तो गला काट दूंगा।” यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस हरकत में आ गई।
वीडियो में क्या कहा गया?
वीडियो में युवक न सिर्फ संत प्रेमानंद महाराज को धमकी देता दिख रहा है, बल्कि अपशब्दों का प्रयोग कर उनके खिलाफ उग्र भाषा का प्रयोग करता है। उसने सीधे तौर पर कहा,
“अगर प्रेमानंद सतना आए, तो उनका गला काट दूंगा। सतना हमारा है, यहाँ मत आना।”
इस तरह की भाषा और धमकी ने न केवल संत के अनुयायियों को आक्रोशित किया है, बल्कि धार्मिक माहौल को भी प्रभावित किया है।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
वीडियो वायरल होने के बाद सतना पुलिस ने युवक की पहचान कर ली है और उसके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। जानकारी के अनुसार, युवक को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह साजिश के तहत किया गया कृत्य तो नहीं।
पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल को भी सक्रिय कर दिया गया है, ताकि वीडियो के स्रोत और प्रसार की जानकारी जुटाई जा सके।
धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना गंभीर अपराध
भारत में धार्मिक संतों और गुरुओं को लेकर भावनाएं गहरी होती हैं। ऐसे में इस तरह की धमकियाँ न सिर्फ कानून के तहत अपराध हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द्र को भी प्रभावित करती हैं। IPC की धारा 506 (धमकी देना) और 295A (धार्मिक भावनाओं को आहत करना) के तहत आरोपी पर केस दर्ज किया गया है।
समाज का क्या कहना है?
संत प्रेमानंद महाराज के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर #JusticeForPremanandMaharaj ट्रेंड करना शुरू कर दिया है। वे आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। धार्मिक संगठनों ने भी इस घटना की निंदा की है और प्रशासन से संत की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।